'खुद से प्रेम करो'-अपनी आँखों में गहराई से देखना और एफर्मेशंस (दृढ़ वचन) दोहराना-स्वयं से प्रेम करना सीखने और दुनिया को एक सुरक्षित एवं प्रेम करने वाले स्थान के रूप में देखने के लिए सबसे प्रभावी तरीका है। प्रसिद्ध सेल्फहेल्फ लेखिका लुइस एल. हे लोगों को मिरर वर्क (खुद से प्रेम करो) करना तब से सिखा रही हैं, जब से वे एफर्मेशंस सिखा रही हैं। सीधे शदों में, जो कुछ भी हम कहते या सोचते हैं, वह एक एफर्मेशन है। आपकी स्वयं से की गई सभी बातें, आपके मन में चल रहे विचार एफर्मेशंस की एक धारा हैं। ये एफर्मेशंस आपके अवचेतन के लिए संदेश हैं, जो सोच और व्यवहार के अभ्यस्त तरीके स्थापित करते हैं। सकारात्मक एफर्मेशंस आपके अंदर उपचारात्मक विचार और सोच का रोपण करते हैं, जो आत्मविश्वास और आत्मसम्मान विकसित करने में तथा मानसिक शांति और आंतरिक खुशी उत्पन्न करने में आपका सहयोग करते हैं। इस पुस्तक के 21 सूत्र आपको सिखाएँगे-स्वयं से प्रेम करना, अपनी सेल्फटॉक (स्वयं से बातचीत) की निगरानी करना, अपने अतीत से मुत होना, अपने आत्मसम्मान का निर्माण करना, अपने अंदर के आलोचक को बाहर निकालना, अपने शरीर को प्रेम करना, अपना दर्द दूर करना, अपने डर पर काबू पाना, अपने संबंधों को
'खुद से प्रेम करो'-अपनी आँखों में गहराई से देखना और एफर्मेशंस (दृढ़ वचन) दोहराना-स्वयं से प्रेम करना सीखने और दुनिया को एक सुरक्षित एवं प्रेम करने वाले स्थान के रूप में देखने के लिए सबसे प्रभावी तरीका है। प्रसिद्ध सेल्फहेल्फ लेखिका लुइस एल. हे लोगों को मिरर वर्क (खुद से प्रेम करो) करना तब से सिखा रही हैं, जब से वे एफर्मेशंस सिखा रही हैं। सीधे शदों में, जो कुछ भी हम कहते या सोचते हैं, वह एक एफर्मेशन है। आपकी स्वयं से की गई सभी बातें, आपके मन में चल रहे विचार एफर्मेशंस की एक धारा हैं। ये एफर्मेशंस आपके अवचेतन के लिए संदेश हैं, जो सोच और व्यवहार के अभ्यस्त तरीके स्थापित करते हैं। सकारात्मक एफर्मेशंस आपके अंदर उपचारात्मक विचार और सोच का रोपण करते हैं, जो आत्मविश्वास और आत्मसम्मान विकसित करने में तथा मानसिक शांति और आंतरिक खुशी उत्पन्न करने में आपका सहयोग करते हैं। इस पुस्तक के 21 सूत्र आपको सिखाएँगे-स्वयं से प्रेम करना, अपनी सेल्फटॉक (स्वयं से बातचीत) की निगरानी करना, अपने अतीत से मुत होना, अपने आत्मसम्मान का निर्माण करना, अपने अंदर के आलोचक को बाहर निकालना, अपने शरीर को प्रेम करना, अपना दर्द दूर करना, अपने डर पर काबू पाना, अपने संबंधों को