मो. इसरार शिक्षा जगत से लम्बे समय से जुड़े होने के कारण शिक्षा के परिप्रेक्ष्य और शिक्षण-शास्त्र से सम्बन्धित अनेक आलेख लिखे हैं। जो 'भारतीय आधुनिक शिक्षा, शैक्षिक उन्मेष, लर्निंग कर्व, शैक्षिक प्रवाह' जैसे विभिन्न जर्नल और पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। सभी आलेखों को संग्रहीत रूप में शब्द प्रकाशन, दिल्ली ने "शिक्षा, शिक्षक और शिक्षण" नामक पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया है और देवबंद से प्रकाशित होने वाली मासिक पत्रिका 'लाइव रिपोर्ट' के सम्पादन का दायित्व भी दो वर्ष तक निभाया है।
मो. इसरार शिक्षा जगत से लम्बे समय से जुड़े होने के कारण शिक्षा के परिप्रेक्ष्य और शिक्षण-शास्त्र से सम्बन्धित अनेक आलेख लिखे हैं। जो 'भारतीय आधुनिक शिक्षा, शैक्षिक उन्मेष, लर्निंग कर्व, शैक्षिक प्रवाह' जैसे विभिन्न जर्नल और पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए हैं। सभी आलेखों को संग्रहीत रूप में शब्द प्रकाशन, दिल्ली ने "शिक्षा, शिक्षक और शिक्षण" नामक पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया है और देवबंद से प्रकाशित होने वाली मासिक पत्रिका 'लाइव रिपोर्ट' के सम्पादन का दायित्व भी दो वर्ष तक निभाया है।