मैं कौन हूँ? श्री रमण महर्षि से एक शिष्य द्वारा किए गए प्रश्नों और उनके उत्तरों का संकलन है। कुल 28 प्रश्नों के उत्तर में महर्षि ने -मैं- -कौन- -हूॅं- जैसे जटिल प्रश्न को समझाया है। वहीं ऐसे विचलन भरे मन जिनमें यह प्रश्न उठता है, उन्हें महर्षि ने 'आत्म-जांच' या 'स्व-जांच' की विधि उपलब्ध कराई है। यह महर्षि की शिक्षाओं की सबसे शुरुआती रिकॉर्डिंग में से एक है, जो व्यक्ति को अलग आलोक में ले जाती है। यह स्व-साक्षात्कार व आत्मनिरीक्षण से शुरू होकर अबोध अवस्था पर ला खड़ा करती। व्यक्ति के भीतरी और बाहर से भी परे कुछ है, इसी का दृष्टिकोण प्रदान करती है।
मैं कौन हूँ? श्री रमण महर्षि से एक शिष्य द्वारा किए गए प्रश्नों और उनके उत्तरों का संकलन है। कुल 28 प्रश्नों के उत्तर में महर्षि ने -मैं- -कौन- -हूॅं- जैसे जटिल प्रश्न को समझाया है। वहीं ऐसे विचलन भरे मन जिनमें यह प्रश्न उठता है, उन्हें महर्षि ने 'आत्म-जांच' या 'स्व-जांच' की विधि उपलब्ध कराई है। यह महर्षि की शिक्षाओं की सबसे शुरुआती रिकॉर्डिंग में से एक है, जो व्यक्ति को अलग आलोक में ले जाती है। यह स्व-साक्षात्कार व आत्मनिरीक्षण से शुरू होकर अबोध अवस्था पर ला खड़ा करती। व्यक्ति के भीतरी और बाहर से भी परे कुछ है, इसी का दृष्टिकोण प्रदान करती है।