इस आकर्षक और दुर्लभ किस्म की मछली के दीदार के लिए लोग विदेश तक जाते हैं और बड़ी रकम देकर उसे देखते हैं, लेकिन अब भारत में भी आसानी से इनके दीदार हो सकेंगे। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय वन्य बोर्ड की 7वीं बैठक हुई, जिसमें उन्होंने डॉल्फिन गणना की रिपोर्ट को सार्वजनिक कर यह सुखद खबर देशवासियों से साझा की। डॉल्फिन की गणना के लिए 8,500 किलोमीटर से अधिक जलीय क्षेत्र का परीक्षण किया गया। इस कार्य में वन्य बोर्ड के 1,200 कर्मचारियों ने सहभागिता निभाई, जिस पर 25 करोड़ रुपये का खर्च आया। डॉल्फिन की गणना भारत में पहली बार कराई गई है। भारत सरकार ने सन 2009 में गंगा डॉल्फिन को 'राष्ट्रीय जलीय जीव' घोषित किया था। उत्...
देश में दुर्लभ डॉल्फिन का बढ़ता कुनबा

इस आकर्षक और दुर्लभ किस्म की मछली के दीदार के लिए लोग विदेश तक जाते हैं और बड़ी रकम देकर उसे देखते हैं, लेकिन अब भारत में भी आसानी से इनके दीदार हो सकेंगे। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में राष्ट्रीय वन्य बोर्ड की 7वीं बैठक हुई, जिसमें उन्होंने डॉल्फिन गणना की रिपोर्ट को सार्वजनिक कर यह सुखद खबर देशवासियों से साझा की। डॉल्फिन की गणना के लिए 8,500 किलोमीटर से अधिक जलीय क्षेत्र का परीक्षण किया गया। इस कार्य में वन्य बोर्ड के 1,200 कर्मचारियों ने सहभागिता निभाई, जिस पर 25 करोड़ रुपये का खर्च आया। डॉल्फिन की गणना भारत में पहली बार कराई गई है। भारत सरकार ने सन 2009 में गंगा डॉल्फिन को 'राष्ट्रीय जलीय जीव' घोषित किया था। उत्...